इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। स्वास्थ्य का विषय काफी पीछे रह गया है । इसी का परिणाम है युवावस्था में ही ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, मोटापा, थाइरायड, डायबिटीज जैसी बीमारिया होना । ऐसी बीमारिया कभी वृद्धावस्था में हुआ करती थी । इसका कारण उस समय की मेहनत एवं खान पान था । वर्तमान युवापीढ़ी के पास समय का अभाव है तो कैसे स्वास्थय संबधी विषय को ध्यान रखते हुए अपने शरीर को स्वस्थ बनाये ? जब तक शरीर स्वस्थ नहीं होगा तब तक मन भी विचलित रहेगा । अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूक होना अति आवश्यक है । क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य ही एक स्वस्थ एवं मजबूत समाज का निर्माण करता है । स्वास्थ्य अच्छा नहीं होगा तो हमारा आत्मविश्व का स्तर भी जाता है । आईये जानते हैं कैसे रहे स्वस्थ ?
1. रोजाना करें व्यायाम - सूर्योदय से पहले उठें हरी भरी जगह में जाएं जैसे पार्क आदि । हरी घास में नंगे पैर चलें । दौडें, योगा और प्राणायाम करें । इससे मासपेशिया मजबूत होती हैं । शरीर में रक्त संचार बढ़ता है एवं ऊर्जा का संचार होता है । पूरे दिन तरो ताजा महसूस होता है । दिन भर का प्रदूषण वाला वातावरण साइनस जैसी बीमारियों को आमंत्रित करता है । इसलिए सुबह का छोटा सा अभ्यास हो जाये तो अमृत का कार्य करता है । इसके अलावा योगासन, प्राणायाम बहुत जरूरी है आज के समय में। आपको याद होगा लांस नायक हनुमंथप्पा के विषय में । एक योद्धा के रूप में बर्फीली पहाड़ियों में कई दिन तक दबे रहे । बर्फीले तूफ़ान के कारण हुआ यह हादसा बहुत भयानक था । रिपोर्ट्स के अनुसार एक आम व्यक्ति बिना सहायक उपकरण के थोड़ी देर भी नहीं ठहर सकता । हवा शरीर के खाल को गला देती है । इन सभी परिस्तिथियों में भी लांस नायक हनुमंथप्पा जी जीवित रहे। इन सब के पीछे उनका सयंमित जीवन और नियमित योगासन का अभ्यास था । इसके अलावा भी दुनिया में अनेको प्रमाण हैं जो योगासन और सयंमित जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं । 24 घंटे में से मात्र आपको आधा घंटे देना है । सुबह जल्दी उठें और योगासन का अभ्यास करें । पहले दिन से ही आनंद का अनुभव करें ।
2. जल्दी सोएं एवं जल्दी उठें - अर्ली तो बीएड, अर्ली तो राइज कविता हम बचपन में पढ़ते थे और अब बच्चो को पढ़ाते हैं । पर क्या हमने कभी इसका अनुसरण किया है ? डॉक्टर की सलाह हमेशा यही होती है की जल्दी सोएं एवं जल्दी उठें । यकीन करिये आपको डॉक्टर की आवश्यकता नहीं पड़ेगी । आज की युवा पीढ़ी पूरी पूरी रात जागकर व्हाट्सएप्प और फेसबुक के पीछे पड़ जाते हैं । ऐसी लत लगी दिन रात, भूक प्यास सब भूल गए। मिली क्या सिर्फ बीमारी । अक्षय कुमार को सभी जानते हैं । वे एक फिट इंसान हैं । कपिल शर्मा के शो में एक बार स्वास्थय विषय था जिसमें अक्षय कुमार मुख्य अतिथि के रूप में बुलाए गए थे। उन्होने भी सिर्फ एक बात ही बोली शाम को जल्दी सोएं एवं सुबह जल्दी उठें।
3. एक स्थान पर न बैठें- आफिस की कार्यषैली से हम सभी परिचित हैं। सुबह से जाकर एक ही स्थान पर बैठ जाते हैं। कम्पयुटर का कार्य भागदौड़ का नही है। धीरे-धीरे हम और आलसी हो जाते हैं। मेहनत तो दूर चलने की इच्छा समाप्त हो जाती है। जिसके कारण शुगर जैसी बीमारियॉ बनती हैं। कोशश करें हर आधे घंटे में थोड़ा चहल पहल करते रहें।
4. विटामिन एवं प्रोटीन युक्त भोजन- चटपटे, तले-भुने भोजन से अपने आप को सुरक्षित रखें। ऐसे विशैले पदार्थों से बीमारियॉ घर आती हैं अच्छा स्वास्थय नही। खाने में हरी सब्जियॉ एवं फल प्रयोग करें। रोजाना भोजन में रेशेदार फलों एवं हरी सब्जियों का होना आवष्यक है। हमारा आजकल का भोजन स्वादिष्ट तो है किन्तु प्रोटीन एवं विटामिन युक्त नही है। स्वास्थय अच्छा होगा तो काम में मन भी लगेगा। जी भर कर खाएं किन्तु घर का और थोडा मेहनत करते हुए।
एक अच्छा स्वास्थय स्वयं के लिए ही नही बल्कि परिवार एवं देश् के हित में भी है। आपका उज्जवल भविश्य आपके स्वास्थ्य पर निर्भर है।
2. जल्दी सोएं एवं जल्दी उठें - अर्ली तो बीएड, अर्ली तो राइज कविता हम बचपन में पढ़ते थे और अब बच्चो को पढ़ाते हैं । पर क्या हमने कभी इसका अनुसरण किया है ? डॉक्टर की सलाह हमेशा यही होती है की जल्दी सोएं एवं जल्दी उठें । यकीन करिये आपको डॉक्टर की आवश्यकता नहीं पड़ेगी । आज की युवा पीढ़ी पूरी पूरी रात जागकर व्हाट्सएप्प और फेसबुक के पीछे पड़ जाते हैं । ऐसी लत लगी दिन रात, भूक प्यास सब भूल गए। मिली क्या सिर्फ बीमारी । अक्षय कुमार को सभी जानते हैं । वे एक फिट इंसान हैं । कपिल शर्मा के शो में एक बार स्वास्थय विषय था जिसमें अक्षय कुमार मुख्य अतिथि के रूप में बुलाए गए थे। उन्होने भी सिर्फ एक बात ही बोली शाम को जल्दी सोएं एवं सुबह जल्दी उठें।
3. एक स्थान पर न बैठें- आफिस की कार्यषैली से हम सभी परिचित हैं। सुबह से जाकर एक ही स्थान पर बैठ जाते हैं। कम्पयुटर का कार्य भागदौड़ का नही है। धीरे-धीरे हम और आलसी हो जाते हैं। मेहनत तो दूर चलने की इच्छा समाप्त हो जाती है। जिसके कारण शुगर जैसी बीमारियॉ बनती हैं। कोशश करें हर आधे घंटे में थोड़ा चहल पहल करते रहें।
4. विटामिन एवं प्रोटीन युक्त भोजन- चटपटे, तले-भुने भोजन से अपने आप को सुरक्षित रखें। ऐसे विशैले पदार्थों से बीमारियॉ घर आती हैं अच्छा स्वास्थय नही। खाने में हरी सब्जियॉ एवं फल प्रयोग करें। रोजाना भोजन में रेशेदार फलों एवं हरी सब्जियों का होना आवष्यक है। हमारा आजकल का भोजन स्वादिष्ट तो है किन्तु प्रोटीन एवं विटामिन युक्त नही है। स्वास्थय अच्छा होगा तो काम में मन भी लगेगा। जी भर कर खाएं किन्तु घर का और थोडा मेहनत करते हुए।
एक अच्छा स्वास्थय स्वयं के लिए ही नही बल्कि परिवार एवं देश् के हित में भी है। आपका उज्जवल भविश्य आपके स्वास्थ्य पर निर्भर है।
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लेखक - केशव कुमार पांडेय
फेसबुक प्रोफाइल - https://www.facebook.com/iamkeshav90
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पूरा प्रोफाइल - उपलब्ध नहीं
Nice written
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